इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं ?

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान क्या हैं ?

  • ज़्यादा रिस्क, ज़्यााद मुनाफा


यह बात साबित हो चुकी है कि ज़्यादातर ट्रेडर ये मानते हैं कि इंट्राडे ट्रेडिंग हमेशा से ट्रेडिंग के सबसे बेहतर मुनाफा देने वाली ट्रेडिंग में से एक है । लेकिन वो इस बात को भी नज़रअंदाज़ नहीं करते हैं कि यह सबसे रिस्की यानी जोखिम भरा भी है । एक इंट्राडे ट्रेडर को उसकी समझ को बहुत बारिक करने की आवश्यकता होती है और उसे मार्केट को ठीक से समझना चाहिए । हालांकि खुद को एक इंट्राडे ट्रेडर के रूप में स्थापित करना किसी चुनौती से कम नहीं है, लेकिन नियमों को समझने के बाद यह आसान हो जाता है । 


एक इंट्राडे ट्रेडर आमतौर पर दो तकनीकों का पालन करता है - प्राइस-एक्शन और टेक्निकल इंडिकेटर्स। प्राइज़ एक्शन ट्रेडर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट को पहचानने के लिए चार्ट पर सपोर्ट और रेज़िस्टेंस लाइन खींचते हैं । 


  • टाइम-इनटेंसिव


इंट्राडे ट्रेडिंग एक जटिल कला है और पोजीशनल या लॉन्ग-टर्म ट्रेडिंग के उलट आप किसी ट्रेड को बंद करने से पहले अपने कंप्यूटर या मोबाइल ऐप को नहीं छोड़ सकते । आप एक टारगेट तय कर सकते हैं और नुकसान को रोक सकते हैं और अपने फूल टाइम काम पर वापस आ सकते हैं । यह लंबे समय के लिए एक विज़िबल मॉर्डल नहीं हो सकता है । कभी-कभी टारगेट को हिट करने से पहले ही स्टॉक स्टॉप लॉस को हिट कर सकता है । प्राइज़ एक्शन से जुड़े रहने से आपको ऐसी समस्याओं से बचने और एक प्रोफेशनल की तरह ट्रेड करने में मदद मिल सकती है ।


  • ज़्यादा अस्थिरता आपको परेशान कर सकती है


आप 1 मिनट, 3 मिनट या 5 मिनट के चार्ट में किसी स्टॉक को बहुत ज़्यादा मूव करते हुए देख सकते हैं। लेकिन, जब आप 30 मिनट के चार्ट या डेली चार्ट को देखते हैं, तो मूवमेंट ज़्यादा स्थिर और अनुमान के हिसाब से दिखाई देंगी । इसलिए यदि आपको अस्थिरता पसंद नहीं है तो आपके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग से दूर रहना ही समझदारी हो सकती है ।





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